मुस्कान विश्वास के पहचान की
ले आया हूँ तीन रंग
एक महंगा और दो सस्ते
कोई प्रतिभा कमाल की उनमे होगी
बदल रहे रंग रस्ते रस्ते
एक रंग है विश्वास का
किसी से न गलत की उस आस का
चढ़ पहाड़ , उतरूं तराई
हर मुश्किल का हल, तेरा साथ सा
दूसरा रंग, पहचान का
दोस्त लगे या अंजान सा
मतलब मतलबी की तलब मतलबी
कर पहचान ले उभार जिंदगी
तीसरा रंग उस मुस्कान का
है विश्वास और पहचान का
रंग बिखेर चलते हैं चल
ख़ूबसूरत होंगे कल के भी पल
विश्वास*
ReplyDeleteThanks sonal, corrected now :)
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