Thursday, 27 July 2017

तेरे साथ

आज के इस पल में, ज़िन्दगी खूबसूरत है मेरी,
साथ कदम जो हैं तेरे, राह सुधर जाए मेरी
पल छुपा लूँ, याद बना लूँ, इस आधे प और यार को
हाँ तुम्हारी जीत बना दे, मेरी हर एक हार को |

आज के ही इसी पल में, देखी है मुस्कान तेरी,
रफ़्तार की सीमा तोड़ चली, सुन तो सही धड़कन मेरी,
है ख्वाब सा, महताब सा, चेहरे का दीदार सा,
भेजा है बना तुमको , खूबसूरती का इश्तिहार सा|

आज के ही इसी पल में, न हो कोई इनकार सा
खो जाएँ इन लम्हों में, पल है अब इज़हार का,
आर मेरे तुम, पार मेरे तुम, हो तुम इन लफ़्ज़ों में भी,
खुश बहुत हूँ इस पल में मैं भी, तेरा शुक्रगुज़ार  था|

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